5--8

 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

तदेजति तन्नेजति तद्दूरे तद्वन्तिके।
तदन्तरस्य सर्वस्य तदु सर्वस्यास्य बाह्यतः ।।5।।
५. वह आत्मतत्व चलता है और नहीं भी चलता है । वह दूर है और समीप भी है । वह सबके अन्दर है और वहो इस सबके बाहर भी है ।।
🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
यस्तु सर्वाणि भूतान्यात्मन्येवानुपश्यति।
सर्वभूतेषु चात्मानं ततो न विजुगुप्सते ॥6॥
६. जो ( साधक ) सम्पूर्ण भूतो को आत्मा में ही देखता है और समस्त भूतो में भी आत्मा को ही देखता है वह इस (सर्वात्म दर्शन ) के कारण ही किसी से घृणा नहीं करता ।।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
यस्मिन्सर्वाणि भूतान्यात्मैवाभूद्विजानतः।
तत्र को मोहः कः शोक एकत्वमनुपश्यतः ॥7॥
७. जिस समय ज्ञानी पुरुष के लिए सब भुत आत्मा ही हो गये उस समय एकत्व देखने वाले उस विद्वान् को क्या शोक और क्या मोह हो सकता है ?
🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼
स पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरम् शुद्धमपापविद्धम्।
कविर्मनीषी परिभूः स्वयम्भूयथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्यः समाभ्यः ॥8॥
८. वह आत्मा सर्वगत , शुद्ध , अशरीरी , अक्षत , स्नायु से रहित , निर्मल ,अपापहत , सर्वद्रष्टा , सर्वज्ञ , सर्वोत्कृष्ट और स्वयंभू ( स्वयं ही होने वाला)है। उसी ने नित्यसिद्ध संवत्सर नामक प्रजापतियो के लिए यथायोग्य रीती से अर्थो ( कर्तव्यों अथवा पदार्थो) का विभाग किया है ।।
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

Comments

  1. Arpana Devi serial no 50 major Hindi

    ReplyDelete
  2. Priyanka devi serial no 25 major Hindi

    ReplyDelete
  3. Name -Riya
    Major -History
    Sr. No. -76

    ReplyDelete
  4. Jagriti Sharma
    Serial no. 2
    Major- Hindi

    ReplyDelete
  5. Name,Ranjan devi
    sr no40
    Major hindi

    ReplyDelete
  6. Name Rahul Kumar
    Major history
    Sr no. 92

    ReplyDelete
  7. Name Simran kour
    Sr no 36
    Major history

    ReplyDelete
  8. Isha chaudhry Major hindi
    Sr no 48

    ReplyDelete
  9. Priyanka Devi
    Sr .no .23
    Major history

    ReplyDelete
  10. Nikita koundal
    Sr. No. 27
    Major history

    ReplyDelete
  11. Shivani Devi
    Sr no 46
    Major Hindi
    Minor history

    ReplyDelete
  12. Name Sejal Mehta
    Sr no 33
    Major Hindi

    ReplyDelete
  13. Name Sakshi
    Sr no 14
    Major Hindi
    Minor history

    ReplyDelete
  14. Name Ranjana devi
    sr no 40 Major hindi

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

ईशावास्योपनिषद 18 मंत्र

महाकवि दण्डी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व जीवन-चरित-

भर्तृहरि की रचनाएँ