अक्षपाद गौतम ,, न्याय सूत्र के रचनाकार

अक्षपाद - समय-सन् 150 के आसपास । न्यायसूत्र के कर्ता ।षो

माधवाचार्य ने सर्वदर्शन में न्यायशास्त्र कोअक्षपाददर्शन ही कहा है।द्मपुराण एवं अन्य कुछ पुराणों में कहा गया है कि

न्यायशास्त्र गौतम (अथवा गोतम) की रचना है। न्यायसूत्र p>

वृत्ति के कर्ता विश्वनाथ ने इस सूत्र को गौतमसूत्र कहा है।

संभवतः अक्षपाद और गौतम दोनों ने इसे लिखा हो ।

गौतम मिथिला के तो अक्षपाद काठियावाड के प्रभास क्षेत्र

के थे। ब्रह्मांडपुराण के अनुसार अक्षपाद के पिता सोमशर्मा एवं 

कणाद थे। गौतम और अक्षपाद एक ही है ऐसा माना जाता है। ए

दंतकथा बताई जाती है- विचारमग्न गौतमकुएँ में गिरे। कठिनाई

 से उन्हें बाहर निकाला जा सका। पुनःऐसी स्थिति नहीं हो, 

इसलिये उनके पैरों में ही आखें निर्माण की गई।

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